हर साल की तरह सैलानी जब जब हरिद्वार, उत्तराखंड के इलाकों में घुमनें आते हैं तो ऐसा हो नहीं सकता कि इनके द्वारा कभी कोई उदंडता देखने को ना मिलती हो, ऐसा ही कुछ वाकिया शुक्रवार की देर शाम को हर की पौड़ी पर देखने को मिला ।
समाज सेवी विकास तिवारी जी को कई दिनों से खबर मिल रही थी कि हरकी पौड़ी क्षेत्र में कुछ उपद्रवी लोगों द्वारा शराब, हुक्का पिया जा रहा है और अश्लील गाने बजाए जा रहे हैं । शुक्रवार देर शाम जब तिवारी जी को उनके ही मित्र द्वारा दोबारा ठीक इसी प्रकार की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत घटना स्थल की एक वीडियो भेजने की मांग की ।
बताना चाहेगें कि उस वक्त समाजसेवी विकास तिवारी अपने घनिष्ठ मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव जी मेंबर TAC, दूरसंचार भारत सरकार के साथ बैठे हुए थे । श्रीवास्तव जी ने तत्काल नगर कोतवाल राजेश से बात की गयी और आवश्यक कार्यवाही करने को अनुरोध किया और जिस पर कोतवाल राजेश ने तुरंत एक्शन लेते हुए उचित कार्यवाही की और सब उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा ।
विकास तिवारी जी कहते है कि सनातन को जितनी हानि विधर्मियों ने नहीं पहुंचाई उससे ज्यादा हानि मौन धारण करने वालों ने पहुंचाई है ।ज़ुल्म करना अगर पाप है तो जुल्म सहना उससे भी बड़ा पाप है, अतः ऐसी गतिविधियों पर हमें कतई शांत नहीं रहना चाहिए, तुरंत प्रशासन की मदद लेते हुए उचित कार्यवाही करवानी चाहिए । तिवारी जी कहते हैं कि इसके स्थाई समाधान के लिए डीएम, हरिद्वार और एसएसपी हरिद्वार से मुलाकात की जायगी ।
तिवारी जी द्वारा जब सोशल मिडिया पर पोस्ट डाली गयी तो लोकल लोगों द्वारा कई प्रतिक्रिया एक के बाद एक सामने आने लगी जिसमें अधिकतर लोगों का कहना है कि पुलिस चौकी इतना करीब हैं और बज रहे हर की पौड़ी पर गानों की आवाज इतना तेज, तो फिर क्यूँ अनसूनी की गयी ? किसी ने लिखा – गंगा सभा हरिद्वार द्वारा इस पर सख्त कार्यवाही क्यूँ नहीं ली जाती ? तो किसी और ने लिखा कि क्यूँ गंगा सभा के कार्यकर्ताओं व प्रशासन के कर्मचारियों को गस्त लगाते हुए, हरकी पौड़ी के घाटों पर हुक्का पीते या अन्य नशा करते या फिर हुड़दंग करते उपद्रवी नहीं दिखाई देते ? एक अन्य ने कमेंट करते हुए लिखा – चौकी तक क्या गानों की आवाज नहीं आ रही थी या फिर शिकायत की प्रतीक्षा में थे हरकी पैड़ी चौकी वाले ? एक अन्य ने कहा कि यह सब काम वर्षों से हो रहा हैं जब इनको मना करो तो लड़ते हैं और पुलिस कम्प्लेन रजिस्टर में लिखा जाता है कि यात्रिओं के साथ स्थानीय लोगों द्वारा गुंडा गर्दी की गयी, यही कारण है कि कोई भी आगे नहीं आता ?
वीडियो में देखें, उपद्रवियों का तमाशा और प्रसाशन का एक्शन –