उत्तराखंड : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की दिल्ली में मोदी, अमित शाह, जे० पी० नड्डा, राजनाथ और गडकरी के साथ मुलाकातें, पढ़ें क्या-क्या मिली सौगातें –

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देवभूमि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को नई दिल्ली में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की । मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री मोदी से यह पहली मुलाकात है । इससे पहले मुख्यमंत्री के कोरोना संक्रमित होने की वजह से ये मुलाकात नहीं हो सकी थी । लगभग आधा घंटे चली इस मुलाकात में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देश में 18 वर्ष की आयु से ऊपर वाले समस्त भारतीयों का कोरोना टीकाकरण मुफ़्त किए जाने और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ लोगों को नवम्बर मास तक निशुल्क खाद्यान्न देने के लिए भी प्रदेशवासियों की ओर से धन्यवाद व आभार व्यक्त किया ।

उन्होंने मोदी से कहा कोविड-19 से लड़ने हेतु राज्य को भारत सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता मिली है। राज्य में DRDO द्वारा 2 अस्पताल ऋषिकेश और हल्द्वानी में बनाये गये हैं, जिससे समस्त जनमानस को अत्यधिक लाभ मिला है। साथ ही राज्य को ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल-लाईन की सौगात देने और आपके अभूतपूर्व विज़न के फलस्वरूप राज्य के चार पवित्र धामों में सड़कों के निर्माण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है । इसके लिए मैं समस्त प्रदेशवासियों की ओर से आपका धन्यवाद करता हूँ ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून व आपदा के दौरान सड़कें बंद होने की स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों के कटने के हालात बन जाते हैं, लिहाजा इन क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचाने के लिए अतिरिक्त कोटा दिया जाना चाहिए । उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया है कि राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र में ‘एम्स’ की स्थापना की जाए अथवा ऋषिकेश एम्स की एक शाखा वहां स्थापित की जाए ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यावरण अत्यंत संवेदनशील है। संपूर्ण हिमालयी क्षेत्र में हिमनद का अध्ययन करने और जल स्रोतों को सुरक्षित रखने के बारे में अध्ययन करने को राज्य में हिमनद व जल संसाधन शोध केंद्र की स्थापना की जानी चाहिए । बताना चाहेंगे कि भारत सरकार ने राज्य को तीन डॉप्लर रडार की स्वीकृति दे दी है। साथ ही मुख्यमंत्री जी ने इस पर उनका आभार जताते हुए वैली हेतु 10 छोटे डाप्लर रडार उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया है ।

उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि यह आपकी दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है कि श्री केदारनाथ धाम का भव्य रूप विकसित हो गया है एवं श्री बद्रीनाथ धाम के सम्बन्ध में भी रूपरेखा तैयार हो रही है। मैंने स्थिति सामान्य होने पर प्रधानमंत्री को बद्री-केदार डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लोकार्पण के लिए निमंत्रण दिया है।

तीरथ सिंह रावत ने उनको कोविड महामारी की स्थिति ठीक होने के पश्चात उचित समय पर देवभूमि उत्तराखण्ड पधारकर पवित्र चार धाम दर्शन करने के लिए भी आमंत्रित किया है।

गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात –

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिल्ली प्रवास के दौरान माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से भेंट कर राज्य से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा की । और उन्होंने आभार जताते हुए कहा कि चाहे कोविड प्रबंधन हो या राज्य में आई कोई आपदा अथवा वनों में लगी आग, हर बार हमें गृह मंत्रालय का त्वरित सहयोग मिला है और गृह मंत्रालय की ओर से NDRF की टीम व आवश्यकतानुसार चॉपर तत्काल उपलब्ध करवाए गए । मुख्यमंत्री रावत ने समस्त देवभूमि वासियों की ओर से माननीय गृह मंत्री जी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुए बॉर्डर इनर लाइन व अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी गृहमंत्री जी से सार्थक चर्चा की ।

गृह मंत्री अमित शाह ने सभी प्रकार के सहयोग के लिए आश्वस्त किया व भविष्य में भी किसी आपदा की स्थिति में तत्काल सहायता का भरोसा दिलाया ।

जे० पी० नड्डा जी से मुलाक़ात –

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में भाजपा के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जे० पी० नड्डा से शिष्टाचार भेंट कर उत्तराखण्ड के विकास की विभिन्न योजनाओं को लेकर विचार-विमर्श किया और प्रदेश को हरसंभव सहयोग का आश्वासन देने के लिए उनका धन्यवाद भी किया ।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ से मुलाक़ात –

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ से शिष्टाचार भेंट कर ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में DRDO के माध्यम से एक-एक कोविड केयर सेंटर की स्थापना करवाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया । और कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के लिए यह निश्चित ही एक बड़ी सौगात है ।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म लघु व मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाक़ात

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की तथा चारधाम यात्रा की दृष्टि से महत्वपूर्ण ऋषिकेश-भानियावाला राज्य मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया । गडकरी से मुलाकात के दौरान आग्रह किया कि केंद्र द्वारा प्रदेश के जिन छह राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गयी थी, उन्हें जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्गों के रूप में अधिसूचित किया जाए ।

इन राज्य मार्गों में 34 किमी खैरना-रानीखेत, 49 किमी बुआखाल-देवप्रयाग, 70 किमी देवप्रयाग-गजा-खाड़ी, 64 किमी पाण्डुखाल-नागचुलाखाल-उफरीखाल-बैजरों, 33 किमी बिहारीगढ़-रोशनाबाद, 274 किमी लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-नैनीडांडा-मोहन-रानीखेत मार्ग शामिल हैं।

रावत ने कहा कि इन राज्य मार्गों के साथ ही ऋषिकेश-भानियावाला राज्य मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर किया जाए क्योंकि यह लिंक मार्ग होने के कारण चार धामों को जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी महत्वपूर्ण है । इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का महत्वपूर्ण जौलीग्रांट हवाईअड्डा भी ऋषिकेश-भानियावाला के मध्य स्थित है जबकि देहरादून-ऋषिकेश के मध्य भी इसी दो लेन के मार्ग से आवागमन होता है जो भारी यातायात की दृष्टि से पर्याप्त नहीं है।

रावत ने गडकरी से केन्द्रीय सड़क अवस्थापना निधि के तहत केंद्र के पास लंबित 615.48 करोड़ रुपये के 42 प्रस्तावों पर भी स्वीकृति देने का अनुरोध किया । विज्ञप्ति के अनुसार प्रदेश की सभी मांगों पर उचित समाधान निकालने का आश्वासन देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत केन्द्र सरकार द्वारा हरसंभव मदद की जाएगी ।

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