उत्तराखंड सरकार के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने 16 जून सोशल मिडिया के माध्यम से बताया कि डबल इंजन की सरकार बनने के बाद उत्तराखंड में विकास के द्वार खुले हैं । उनका सीधे सीधे इशारा यह था कि तब से उत्तराखंड के विकास कार्यों में बहुत तेजी आयी हैं जब से राज्य और केंद्र में अपनी सरकार हुई । अब तक उत्तराखंड के विकास ना होने कारण एक इंजन की सरकार यानि केंद्र में होना लेकिन राज्य में ना होना या फिर राज्य में होना लेकिन केंद्र में ना होना जताया ।
उनके अनुसार राज्य में दिन प्रतिदिन विकास के द्वार खुल रहे हैं । उनका कहना है कि चाहे वो हाइवे या फ्लाई ओवर का निर्माण हो या फिर उत्तराखंड में पुलों का निर्माण या फिर स्वास्थ्य सम्बन्धित नए अस्पतालों, कोविड सेंटर, मेडिकल ऑक्ससीजन प्लांट का निर्माण हो या रेलवे लाइन एक्सटेंशन को बढ़ा कर उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों से गुजारना चाहे वो फिर पर्यटन और पर्यावरण से सम्बन्धित योजनाएँ हो या फिर आकस्मिक आयी आपदा में राहत की आवश्यकता की बात, हमें केंद्र सरकार से हर सम्भव सहायता मिल रही हैं और भविष्य में भी मिलती रहेगी । लेकिन याद रहे यह कमाल सिर्फ और सिर्फ डबल इंजन की सरकार का है ।
उन्होंने बुधवार अपनी एक पोस्ट में कहा कि भाजपा सरकार के कुशल नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड उन्नति कर रहा है । अब प्रत्येक जिले के स्थानीय उत्पादों को मेले में प्रदर्शित करने के साथ ई-कॉमर्स कम्पनियों से जोड़ा जाएगा और 1 से 15 अगस्त तक उत्तराखंड में हैंडलूम व टेक्स्टाइल मेले आयोजित होगें । साथ ही खेलो इंडिया स्टेट लेवल सेंटर एवं स्पोर्ट्स साइंस सेंटर का निर्माण स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून में होगा और प्रदेश के प्रत्येक जिले में न्यूनतम 1 छोटे स्तर का सेंटर खोला जाएगा ।
अपनी दूसरी पोस्ट में उन्होंने बताया कि जन-जन के स्वास्थ्य एवं अधिकारों के लिए भाजपा सरकार प्रतिबद्ध है जिसके लिए अटल आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं देने वाले निजी अस्पतालों की मनमानी पर सख्त करवाई की जाएगी । साथ ही बताया की 29 अस्पतालों ने अटल आयुष्मान कार्ड धारकों को 1 करोड़ 60 लाख रुपये वापिस लौटाए हैं । उन्होंने अपनी इस पोस्ट में जन जागरण हेतु स्पष्ट किया कि अटल आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का निजी अस्पतालों में निशुल्क कोरोना का ईलाज भी होगा ।
अपनी एक अन्य पोस्ट कर मदन कोशिक बताते है कि अब मात्र 150 मिनट में देश की राजधानी से देव भूमि का सफर तय होगा । एक्सप्रेस-वे बनाने के बाद देहरादून से दिल्ली की दूरी 250 से घटकर 200 किलोमीटर ही रह जायेगी । और तीन चरण में बनने वाले एक्सप्रेस-वे पर 14 किलोमीटर एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे टनल भी बनेगा जिससे सीधे सीधे उत्तराखंड में व्यापार को रफ्तार मिलेगी ।