उत्तराखंड टूरिज़म को बढ़वा देने के लिए निकले गए इस लोकगीत से ढुंगा गांव (यमकेश्वर ब्लॉक, उत्तराखंड) की बेटी, हरिद्वार की बहू लोकगायिका सीमा (बडोला) मैंदोला और सुरेतू मामा गीत से प्रसिद्ध हुई जौनपुर, उत्तराखंड की लोकगायिका मंजू नौटियाल ने ना केवल देश-विदेश में रह रहे उत्तराखंड के भाई-बंधुओं का दिल जीता लिया है बल्कि अन्य परदेशी लोगों के दिलों में भी अपनी जगह बनायी है।
इस गाने के निर्माता – निर्देशक रवि मैंदोला जी बताते है कि हमारा अब तक का यह पहला लोकगीत है जोकि 11 दिन में 65000 से ज्यादा लोगों द्वारा देखा जा चुका है । जिसके लिए उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ दिल की गहराइयों से सभी दर्शकों का शुक्रिया अदा किया हैं ।
उन्होंने जनता से अपील की है कि जिसने अभी तक यह लोकगीत – चल तै पहाड़ घूमि औला, नहीं सुना वह एक बार अवश्य सुनें , और उन्होंने पूर्ण विश्वास जताया कि यह गढ़वाली गीत हर एक को बेहद अच्छा लगेगा । क्यूंकि इस गीत की एक विशेष बात यह है कि यदि आप इस गीत को हैडफ़ोन के माध्यम से सुनेंगें तो यह गीत आपको सामान्य से 4 गुना अच्छा लगेगा क्योंकि इसमें संगीतकार सुरेंद्र कोहली जी व मिक्सिंग एवं रेकॉर्डिस्ट – गणेश लाल (बॉलीवुड स्टूडियो) द्वारा 5D म्यूजिक तकनीकी का प्रयोग किया गया है जिसकी अनुभूति हैडफ़ोन द्वारा ही होगी ।
इसी वजह से इस गीत के कवर पेज (मुख्य पोस्टर) पर, हैडफोन से सुनने के निर्देश को अंकित किया गया है । दूसरी विशेष बात यह है कि इसके संगीत को हमने इस तरीके से बनाया है कि यदि आपको गढ़वाली भाषा भी नहीं आती होगी तो भी आप इस गीत के संगीत का आनंद पूर्णतयः बिना बोर होए ले सकते हैं ।
तीसरी और आखरी बात इसका बेहतरीन फ़िल्मकन है, जोकि प्रवासियों को अपने उत्तराखंड की याद दिलाता हैं साथ ही परदेशी लोगों को उत्तराखंड में घूमने के लिए लालायित करता हैं, क्योंकि हमने शब्दों के बोल के हिसाब से उत्तराखंड की सुंदर सुंदर वादियों और अन्य बातों के साथ हल्का सा लोकगायिका सीमा मैंदोला व मंजू नौटियाल द्वारा उत्तराखंड का नृत्य को भी दिखाने का प्रयास भी किया है ।
आपको बताना चाहेगें कि 22 अप्रेल 2022 को हिल्स डेवलेपमेंट मिशन के चेयरमैन व पूर्व मुख्यमंत्री जनरल भुवनचंद्र खण्डूड़ी व पूर्व मंत्री व साँसद जनरल टीपीएस रावत जी के पूर्व निजी सचिव व प्रखर वक्ता रघुबीर बिष्ट जी द्वारा देहरादून स्थित कार्यालय में सीमा मैंदोला ऑफिसियल यूट्यूब चैनल के बैनर तले निर्मित उत्तराखण्डी गीत “चल तै पहाड़ घूमि औला” गीत का विमोचन किया गया था ।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रमोहन जदली, रंगकर्मी अनिल रावत , मोहन सिंह रावत, जैन सिंह बिष्ट, भारत सिंह रावत , दिनेश पटवाल जी भी उपस्थित रहे । रघुबीर बिष्ट जी ने इस कर्णप्रिय गीत की सफ़लता की कामना करते हुए कहा था कि इस गीत में उत्तराखण्ड के नैसर्गिक सौंदर्य व लोकसँस्कृति की झलक देखने को मिलती है। गीत के निर्देशक रवि मैंदोला व उनकी धर्मपत्नी सीमा मैंदोला उत्तराखण्ड की गीत-संगीत प्रतिभाओं को अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से एक एक उत्कृष्ट मंच प्रदान कर प्रोत्साहित कर रहे हैं ।
लोकगायिका सीमा मैंदोला की अन्य सुंदर प्रस्तुतियां –