हरिद्वार 6 मई 2022 : आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज अध्यक्ष भारत माता मंदिर हरिद्वार के शुभ आशीर्वाद से आज आदिगुरू श्री शंकराचार्यजी की जयंती के पावन शुभ अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि जी महाराज द्वारा गंगा स्नान कर साध्वी जी के आश्रम में आदि गुरु श्री शंकराचार्य जी के पूजनोपरांत आज हरिद्वार के साध्वी जी के यहां विशाल भंडारे का आयोजन किया गया ।
महामंडलेश्वर_जी ने बताया कि आज श्री आदिगुरू शंकराचार्य जी की जयंती मनाई जाएगी। महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने अपनी पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश में लिखा है कि आदि शंकराचार्यजी का काल लगभग 2200 वर्ष पूर्व का है। दयानंद सरस्वती जी 138 साल पहले हुए थे।आदि शंकराचार्य का जन्म केरल के मालाबार क्षेत्र के कालड़ी नामक स्थान पर नम्बूद्री ब्राह्मण शिवगुरु एवं आर्याम्बा के यहां हुआ था और वे 32 वर्ष तक ही जीए थे। 788 ईस्वी में जिन शंकराचार्य जी का जन्म हुआ था वे अभिनव शंकराचार्य थे।आदि शंकराचार्य जी ने चार मठों की स्थापना की थी ।
उत्तर दिशा में उन्होंने बद्रिकाश्रम में ज्योर्तिमठ की स्थापना की थी। यह स्थापना उन्होंने 2641 से 2645 युधिष्ठिर संवत के बीच की थी। इसके बाद पश्चिम दिशा में द्वारिका में शारदामठ की स्थापना की थी। इसकी स्थापना 2648 युधिष्ठिर संवत में की थी। इसके बाद उन्होंने दक्षिण में श्रृंगेरी मठ की स्थापना भी 2648 युधिष्ठिर संवत में की थी। इसके बाद उन्होंने पूर्व दिशा में जगन्नाथ पुरी में 2655 युधिष्ठिर संवत में गोवर्धन मठ की स्थापना की थी ।
शंकराचार्य ने हर क्षेत्र में हिंदुओं को संगठित करने एवं सनातन का प्रचार प्रसार करने व जातिवाद को समाप्त करने हेतु कार्य किया। शंकराचार्य जी ने केदारनाथ से कामाख्या देवी और सोमनाथ से रामेश्वरम पर्यंत सभी मंदिरों के जीर्णोद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
इसी के साथ साथ महामंडलेश्वर जी, श्रीभोलेजीमहाराज श्री माता मंगला जी व हंस फाउंडेशन की ओर से समस्त देशवासियों को श्री आदिगुरू शंकराचार्य जी की जयंती जी की शुभकामनाएं प्रेषित की।इस अवसर पर साध्वी बालव्रती गीता योगी जी साध्वी सुनीता जी,भारत माता मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित कृष्णा आचार्य जी, स्वामी जगदीशानंद जी, पुष्कर राज जी (केशव महाराज),बजरंग द्विवेदी जी, हेमलता नेगी जी,आलोक यादव जी,कृष्ण कुमार जी,पं प्रवीण शर्मा जी मोनू शुक्ला,राहुल शुक्ला और समस्त आश्रमवासी, सभी भक्तजन उपस्थित रहे।