IMA VS Ramdev या ऍलोपैथी VS आयुर्वेद : क्यों बोले रामदेव मुझे फांसी पर चढ़ा देना – विवेक बिंद्रा के लाइव इंटरव्यू में

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अभी अभी रामदेव का विवेक बिंद्रा, संस्थापक – सीईओ बड़ा बिसनेस ने लिया बड़ा लाइव इंटरव्यू अपने यूट्यूब चैनल पर डाला । जिसमें योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि मैं जिन डॉक्टर्स ने अपने प्राण न्योछावर करके दूसरे लोगों के प्राण बचाएं उन डॉक्टर्स, नर्सेज, स्वास्थ कर्मचरियों का तह दिल से धन्यवाद करता हूँ । और उनसे भी ज्यादा हॉस्पिटल के समस्त सफाई कर्मचारियों को गौरव, कृताजियता व्यक्त करता हूँ क्योकि डॉक्टर्स तो फिर भी कहीं न कहीं सावधानियां रखतें हैं क्योकि उन्हें उस प्रकार से ज्ञान होता है लेकिन सफाई कर्मचारियों बिना ज्ञान के भी बिंदास होकर सेवा भाव से निरंतर लगा रहता है । दूसरी बात यह की मैं अच्छे डॉक्टर्स के खिलाफ बिलकुल नहीं हूँ । और डॉक्टर्स भाइयों को यह भी कहना चाहता हूँ कि वो हॉस्पिटल मालिकों, फार्मा इंडस्ट्री और ड्रग्स माफियाओं के दबाव में न आएं ।

आगे बाबा ने कहा कि ये लोग आमिर खान से तो टकराते नहीं जिन्होंने अपने कार्यक्रम सत्यमेव जयते के माध्यम से दिखाया कि डॉक्टर्स 50 प्रतिशत तक कमीशन पैथोलॉजी टेस्टों व महंगी दवाइयाँ को लिखने के लेते हैं । बाबा पूछतें हैं कि क्या अनावश्यक व गैर जरूरी टेस्ट, दवाइयाँ, ऑपरेशन्स और गैर जरूरी हॉस्पिटल में भर्ती पर सवाल उठाना क्या यह कोई टकराव है । टकराव के काम तो वह करतें हैं जो आयुर्वेद का निरादर, असमानता का भेद रखें फैलातें हैं । बाबा कहतें हैं कि आप 2% काम सर्जरी और लाइफ-सेविंग ड्रग्स में महान हो, आप वही करो और बाकी 98% काम हमें दे दो । तुम्हारा बिल शुरू ही होता है 5 लाख से 25 लाख तक । लाखों-करोड़ों लोग गवाह हैं इस बात के कि कईं बार लाखों का बिल बना और अंत में शव मिला, वो भी कईं बार जब शासन-प्रशासन, कोर्ट का हस्तक्षेप हुआ ।

15 दिन के 1000 करोड़ के नोटिस व माफ़ीनामें पर विवेक बिंद्रा के सवाल का जवाब देते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि क्या ये लोग खुदा हैं, देश की सरकार हैं, देश की न्यायपालिका हैं, ये अपने आप को समझते क्या है । यह अंग्रेज़ों द्वारा बनाया गया एक NGO है जोकि टूथपेस्ट, बल्ब, साबुन, तेल इत्यादि का वेलिडेशन करता है । इनके पास न कोई लैब है न कोई वैज्ञानिक । बाबा कहतें है कि इनके पास बिमारियों का कंट्रोल है परन्तु क्योर नहीं है । यदि आयुर्वेद पद्धति पर विश्वास नहीं है तो वह डॉक्टर्स जिन्हें बी०पी०, शुगर, थाइरोइड, ओबेसिटी, स्ट्रेस, एंग्जायटी, डिप्रेशन, हार्ट में ब्लॉकेज हो, जिनसे चला फिरा न जाता हो (अर्थराइटिस) सब में यहाँ भर्ती हो जाएँ मुफ्त में उपचार करूँगा और हरिद्वार आने जाने का किराया भी दूंगा । यदि मैं उनको सही न कर पाया तो मुझे फांसी पर चढ़ा देना ।

विवेक बिंद्रा के अंतिम सवाल कि आप योग गुरु हैं या फिर बिसनेस गुरु या फिर दोनों का बेबाकी से जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा – मैं योग गुरु भी हूँ, उद्योग गुरु भी हूँ, क्या इस देश को दरिद्र बनाना हैं, जब हम बात करतें हैं कि देश को परम वैभवशाली बनाना है, अमेरिका से भी बड़ा बनाना है तो क्या यह भीख मांग कर होगा । इसलिए मैं मैं योग गुरु भी हूँ, बिसनेस गुरु भी हूँ, टैक्स गुरु भी हूँ, अध्यात्म गुरु भी हूँ, मैं सोशल वर्कर भी हूँ, समाजिक-आर्थिक-राजनैतिक जागरूकता का प्रसार प्रचार करने वाला गुरु भी हूँ और मैं मोटिवेशन स्पीकर भी हूँ । मैं चाहता हूँ कि देश में आर्थिक समृद्धि हो, आध्यात्मिक समृद्धि हो, देश की प्रगति हो । मैं एक सर्व समावेशी सोच का सन्यासी हूँ । जो सारी दुनिया के महापुरुषों और वैज्ञानिको की संस्कृति को एक साथ लेकर चलना चाहता हूँ ।

देखें पूरा इंटरव्यू –

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