अतिरिक्त मेला अधिकारी डॉ संजय जैन ने गुरुवार को 22 चिकित्सा अधिकारियों को हरिद्वार में उपलब्ध रहने और हरिद्वार कुंभ मेले में फर्जी COVID परीक्षण के संबंध में साक्ष्य पेश करने का निर्देश दिया । पत्रकारों से बात करते हुए, जैन ने कहा कि इस वर्ष हरिद्वार माह कुंभ 2021 में COVID-19 की फर्जी टेस्टिंग सामने आई है । मैंने 22 चिकित्सा अधिकारियों को हरिद्वार में उपलब्ध रहने और इस मामले में साक्ष्य पेश करने का निर्देश दिया है।
जैन ने आगे कहा कि मैनें राज्य के 11 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा है । जिसमें देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, उधम सिंह नगर, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली, अल्मोड़ा हैं ।
मेला अधिकारी ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में पदस्थापित अधिकारी इस मामले की जांच में अपने साक्ष्य पेश करें । निर्देश देते हुए यह चर्चा की जा रही है कि विभिन्न प्रयोगशालाओं के सहयोग से राज्य को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है क्योंकि उन्होंने नमूना संग्रह की फर्जी प्रविष्टियाँ और फर्जी परिणाम दिए हैं। । जांच से पता चला है कि निजी एजेंसी ने हाल ही में संपन्न कुंभ मेले के दौरान COVID-19 परीक्षणों में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। मेला प्रशासन के साथ एग्रीमेंट होने के बाद भी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), पोर्टल पर डेटा अपलोड करना जारी रखा । उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार ने 21 जून को बताया था कि कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय व निजी एजेंसी मैक्स कार्पोरेट के साथ ही दो निजी प्रयोगशालाओं डॉ. लालचंदानी लैब के बीच कोरोना जांच के ठेके पर हस्ताक्षर किए गए हैं जबकि नलवा लैबोरेट्रीज अप्रैल माह तक ही वैलिड थी ।