उत्तराखंड : पर्यावरण संरक्षण और बिजली बचत के लिए गंभीर रेलवे, हरिद्वार के साथ छह रेलवे स्टेशन पर लगाए जा रहे है सौर ऊर्जा पैनल

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रेलवे पर्यावरण संरक्षण और बिजली बचत के लिए बेहद ही गंभीर नजर आ रहा है। पर्यावरण संरक्षण के साथ बिजली खर्च बचाने के लिए रेलवे स्टेशनों को पूरी तरह से सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली का उपयोग करने की योजना तैयार हो गई है । सौर ऊर्जा का उत्पादन इतना किया जाएगा कि स्टेशन की लाइटों के साथ साथ सिग्नल प्रणाली भी इसी से संचालित किए जाएंगे । इसके लिए देहरादून, हरिद्वार, रुड़की और ऋषिकेश समेत उत्तराखंड के छह स्टेशनों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाए जा रहे हैं।

हर रेलवे स्टेशनों को बिजली की खपत पर हर माह लाखों रुपये खर्च करने होते हैं । इस खर्च को कम करने के लिए रेलवे स्टेशनों को सौर ऊर्जा युक्त किया जा रहा है ताकि स्टेशनों पर होने वाली ऊर्जा की खपत को ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा से पूरा किया जा सके। कोरोना काल में हुए भारी क्षति को कम करने के लिए भी रेलवे कई तरह की और योजनाएं बना रहा है। ताकि नुकसान की भरपाई की जा सके ।

हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अब देश में ही सोलर प्लांट से जुड़े सामान को बनाया जाएगा । पीएम ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आयात पर सोलर प्रोडक्ट की निर्भरता कम करने की बात कही थी । उन्होंने कहा, “देश में ही सोलर प्रोडक्ट के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा । अब सरकार का कोई भी विभाग अगर कोई सोलर प्लांट से जुड़ा कुछ सामान लेता है, तो वह मेक इन इंडिया सामान को ही खरीदेगा । ” इसी वजह से ऊर्जा मंत्रालय भी सम्पूर्ण भारत में सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन दे रहा है । बताना चाहेंगे कि रेलवे सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत करने वाले विभागों में से एक है । ऐसे में रेल परिसरों में चलने वाले सभी उपकरणों के लिए भी सौर ऊर्जा के तौर पर सोलर ऊर्जा का उपयोग करने की योजना तैयार की गई है । इसके तहत देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रायवाला, ज्वालापुर और रुड़की रेलवे स्टेशनों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाए जा रहे हैं । 

देहरादून रेलवे स्टेशन पर बिल्डिंग को बिजली देने के लिए 84.18 मेगावाट का पैनल लगाया जाएगा । जबकि सिक लाइन और कंप्रेशन रूम के लिए 19.5 मेगावाट का पैनल लगाया जाएगा । द्वितीय बुकिंग ऑफिस में 20.14 मेगावाट का पैनल लगेगा । हरिद्वार में बिल्डिंग के लिए 28 मेगावाट, वाशिंग लाइन के लिए 5.2 मेगावाट का पैनल लगाया जाएगा।

बाकी सभी स्टेशनों पर सिर्फ बिल्डिंग को बिजली देने के लिए पैनल लगाए जाएंगे । डोईवाला में 5.2, ज्वालापुर में 20.15, ऋषिकेश में 20.15, रायवाला में 10.075 और रुड़की रेलवे स्टेशन पर 45.175 मेगावाट के सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं ।

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